जशपुरनगर (रोहित यादव)। स्कूलों में विकसीत किए गए किचन गार्डन,मध्यान भोजन योजना पर आश्रित बच्चों को ताजे और पौष्टिक हरी सब्जियां उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। किचन गार्डन से मध्यान भोजन का संचालन करने वालों को सस्ती सब्जियां भी उपलब्ध हो रही है। जिले के कुनकुरी ब्लाक के कंडोरा संकुल के प्रभारी कलेश्वर यादव ने बताया कि संकुल क्षेत्र के कंडोरा,महुआटोली और करमटोली स्कूल के प्रांगण में प्रधान पाठक और शिक्षकों ने मिल कर किचन गार्डन विकसित किया है।

इन दिनों स्कूलों में 81 बच्चे अध्ययनरत है। ग्रामीण अंचल होने के कारण इन सरकारी स्कूलों में आदिवासी और पिछड़ावर्ग के बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं। इन्हें पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए के लिए सरकार मध्यान भोजन योजना का संचालन कर रही है। इस योजना के तहत बच्चों को स्कूल में गर्म व पौष्टिक भोजन दिया जाता है। लेकिन बाजार में मिलने वाली महंगी सब्जियों से कई बार मध्यान भोजन का बजट बिगड़ जाता है। इसलिए संकुल के अंर्तगत आने वाले स्कूल के प्रधान पाठक और शिक्षकों ने आपस में विचार-विमर्श के बाद निर्णय लिया कि स्कूल के प्रांगण में किचन गार्डन विकसीत करेगें। स्कूल में बाउंड्रीवाल की सुविधा होने से शिक्षकों को सहायता मिली। सीएचसी यादव ने बताया कि शाला अनुदान राशि से किचन गार्डन के लिए बीज,खाद और आवश्यक दवाओं की व्यवस्था की गई। बीज रोपने के लिए शिक्षकों ने स्वयं श्रमदान करके क्यारियां तैयार की और इनकी देखभाल की। कुछ दिनों की मेहनत के बाद स्कूल प्रांगण में साग-सब्जियां लहलहाने लगी।

शिक्षक अब्राहम बड़ा,सरोजनी खेस,प्रभा तिग्गा,सूचिता कुजूर,आशा एक्का,देवराज यादव,वंदना मिंज ने बताया कि उनके स्कूल के किचन गार्डन में मूल,मेथी व लाल भाज,फूलगोभी और सेमी का उत्पादन हो रहा है। मध्यान भोजन में ताजी हरी सब्जियां मिलने से बच्चों को स्वादिष्ट भोजन मिल रहा है। इससे बच्चों का स्कूल में उपस्थिति में भी सुधार हो रहा है। सीएचसी कलेश्वर यादव का कहना है कि इन स्कूलों में किचन गार्डन के लिए शिक्षक इसी तरह से श्रमदान करते रहेगें।
