जशपुरनगर। तीन दोस्त,एक खंबा और शराब की बोतल,यहीं है दो साल पहले हुए एक हत्या के गंभीर अपराध की कहानी। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के बगीचा थाना क्षेत्र के घुघरी में गांव में पुलिस को इसी गांव के रहने वाले अशोक मिंज का शव झाड़ियों में पड़ा हुआ मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक के सिर में भारी वस्तु से चोट से मृत्यु होने का उल्लेख किए जाने पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धारा 302,201 और 34 के तहत अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि अशोक मिंज को अंतिम बार इसी गांव के रहने वाले अजय यादव 35 साल और राबर्ट कुजूर 37 साल के साथ देखे जाने की बात सामने आई। पुलिस को यह भी पता चला कि घटना के बाद से ही दोनों गांव से गायब हैं। अशोक मिंज हत्याकांड में पुलिस का सीधा शक इन्हीं दोनों पर गया। लेकिन लाख कोशिश के बाद भी दोनों पुलिस के हाथ में आए। दो दिन पहले बगीचा पुलिस को मुखबीरों से सूचना मिली कि संदेही अजय यादव और राबर्ट कुजूर घुघरी में अपने घर आए हुए हैं। बगीचा पुलिस की टीम ने इन दोनों आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो हत्या की एक अनोखी कहानी सामने आई। आरोपितों हत्या को अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि घटना दिनांक 22 सितंबर 2022 को दोनों शराब की बोतल लेकर अपने घर की ओर वापस लौट रहे थे। इसी दौरान गांव के बाहर उन्हें एक पुल में बैठा हुआ मृतक अशोक मिंज मिला। तीनों ने मिल कर एक खेत में बैठ कर शराब पिया। नशे में धुत्त होने के बाद राबर्ट और अशोक मिंज के बीच एक शासकीय जमीन के टुकड़े पर कब्जे को लेकर विवाद शुरू हो गया। दरअसल,हत्या से कुछ दिनों पहले अशोक मिंज ने इस विवादित जमीन पर से,राबर्ट द्वारा गाड़े गए एक खंबे को उखाड़ कर फेंक दिया था। इस विषय को लेकर राबर्ट और अशोक के बीच जमकर विवाद हुआ। विवाद के दौरान राबर्ट ने एक भारी लकड़ी से अशोक मिंज पर हमला कर दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के इस अपराध को छुपाने के लिए राबर्ट और अजय ने मिल कर मृतक अशोक के शव को बाइक में बैठा कर,घटना स्थल से कुुछ दूर झाड़ियों में फेंक दिया था। आरोपितयों द्वारा अपराध स्वीकार कर लिये जाने पर बगीचा पुलिस ने राबर्ट लकड़ा और अजय यादव को गिरफ्तार कर,न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।