द ब्लेज ई न्यूज,जशपुरनगर। हम सब को मिलकर सनातन धर्म को मजबूत बनाना है। वेदों में कहा गया है कि मानव योनि में जन्म लेना सौभाग्य की बात है। 84 लाख योनियों में भटकने के बाद हमें मानव जीवन मिलता है। हमारे कर्म ऐसे रहने चाहिए जब हम इस दुनिया से जाएं तो लोग हमें याद रखे।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उक्त बातें कहीं। वे छत्तीसगढ़ और झारखंड की अंर्तराज्यी सीमा पर स्थित डेवडेलंगी गांव में स्थित शारदाधाम में आयोजित पूजा समारोह को संबोधित कर रहे थे। हेलीकाप्टर में आई तकनीकि खराबी की वजह से अपने निर्धारित कार्यक्रम से तीन घंटे विलंब से पहुंचे सीएम साय ने कहा कि शारदाधाम में शिक्षा के लिए अलख जगाने के साथ ही खेलों को भी बढ़ाया जा रहा है। इस धाम के बगल में बह रही गिरमा नदी दो प्रदेशों की संस्कृति को समाहित कर अविरल धारा के साथ बह रही है। ग्राम डेवाडेलंगी में मां शारदा के पावन धाम में 24 घंटे का अखण्ड श्रीहरि कीर्तन राम नाम जाप का आयोजन भी चल रहा है।

जिसमें आसपास के 48 गांवों के श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचे हैं। इस प्रसिद्व धार्मिक पर्यटन स्थल शारदा धाम के निकट ही गिरमा नदी बहती है। इस नदी के एक ओर छत्तीसगढ़ है तो दूसरी ओर झारखंड है। इस अवसर पर विधायक गोमती साय, रामरेखा धाम के संत उमाकांत महाराज, पवन साय, प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, शौर्य प्रताप सिंह जूदेव, छत्तीसगढ़ प्रांत के सह प्रांत प्रचारक नारायण नामदेव, कार्यक्रम के अध्यक्ष परमेश्वर खेस, आयोजक लाल बिहारी सिंह, सेवा प्रकल्प संचालन समिति के संरक्षक कलेश्वर सिंह, अध्यक्ष राजकुमार सिंह, भरत सिंह, श्रवण कुमार बड़ाईक, धर्मजागरण जिला संयोजक अशोक कुमार गुप्ता, मोहन सिंह, त्रिलोचन प्रधान, विकास प्रसाद, रामा मुंडा, जगदीश बड़ाईक मौजूद रहे।