धमतरी नगर निगम में कांग्रेस पार्षदों ने पेयजल संकट को लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने निगम कार्यालय के बाहर उल्टा मटका रखकर विरोध जताया। पार्षदों का आरोप है कि शहर के अधिकांश वार्डों में पिछले पांच से छह महीने से पानी की भारी किल्लत बनी हुई है।
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पार्षदों के अनुसार, वार्डों में पानी बेहद कम मात्रा में आता है, जिससे निवासियों को पीने के पानी के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है। यह स्थिति वार्डवासियों के लिए गंभीर समस्या बन गई है।

पार्षदों ने निगम आयुक्त के केबिन में ज्ञापन छोड़ा
प्रदर्शनकारी पार्षदों ने पहले निगम परिसर के बाहर धरना दिया। हालांकि, कई घंटे बीत जाने के बाद भी कोई अधिकारी उनकी शिकायत सुनने नहीं पहुंचा। इससे नाराज होकर पार्षदों ने निगम आयुक्त के केबिन में ही मटका और ज्ञापन छोड़ दिया।

कांग्रेस पार्षदों का आरोप- निगम प्रशासन पेयजल व्यवस्था सुधारने में नाकाम
कांग्रेस पार्षदों ने आरोप लगाया कि निगम प्रशासन शहर की पेयजल व्यवस्था सुधारने में पूरी तरह विफल रहा है। उनका कहना है कि जनता बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रही है, जबकि अधिकारी केवल आश्वासन दे रहे हैं।

पेयजल समस्या के लिए भाजपा ने कांग्रेस शासन को ठहराया जिम्मेदार
इस प्रदर्शन पर भाजपा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा प्रकोष्ठ प्रभारी ने कांग्रेस शासनकाल में जल संयंत्र की सफाई और मरम्मत की अनदेखी को मौजूदा समस्या का कारण बताया। उन्होंने दावा किया कि संयंत्र की मरम्मत तेजी से जारी है और एक-दो दिन में सभी वार्डों में पानी की आपूर्ति सामान्य कर दी जाएगी।
शहर के निवासी अब इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि उनके घरों में पानी की आपूर्ति कब नियमित और पर्याप्त मात्रा में होगी।
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