जशपुरनगर विधककन सभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने कुनकुरी विधान सभा से पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णुदेव साय को मैदान मे उतारा है. यहाँ उनका मुकाबला, कांग्रेस के प्रत्याशी से होगा. सरल और मिलनसार स्वभाव के विष्णु देव साय पर दाँव लगा कर, भाजपा ने कांग्रेस से is सीट को वापस छीनने की सधी हुई रणनीति बनाई है. 2018 के विधानसभा चुनाव मे, कुनकुरी विधान सभा सीट भाजपा के हाथों से फिसल गईं थी. कांग्रेस के युडी मिंज ने यहाँ जीत हासिल की थी.
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जानिये कौन है विष्णुदेव साय
विष्णु देव साय, जशपुर जिले के कांसाबेल तहसील के एक छोटे से गाँव बगिया के रहने वाले हैँ. यहाँ एक किसान परिवार मे जन्मे विष्णु देव साय ने अपने राजनितिक जीवन की शुरुआत ग्राम पंचायत बगिया के पंच से शुरू की थी. 1990 मे तपकरा विधानसभा सीट से दिलीप सिंह जू देव ने विष्णु देव साय को तपकरा विधानसभा सीट से चुनाव मे उतारा. जूदेव के विश्वास पर खरा उतरते हुए, विष्णु देव साय ने जीत हासिल करते हुए,अविभाजित मध्यप्रदेश के विधान सभा मे प्रवेश किया. 1999 मे दिलीप सिंह जूदेव ने अपने इस सिपहसलार को रायगढ़ लोक सभा सीट से चुनाव मैदान मे उतारा. इस समय, रायगढ़ लोक सभा सीट मे कांग्रेस का प्रभाव था. जीत हासिल करना कठिन चुनौती थी लेकिन विष्णु के सुदर्शन चक्र मे फंस कर कांग्रेस ऐसी ढेर हुई की 2004 और 2014 मे भी साय ने कांग्रेस को सम्हलने का मौका ही नहीं दिया. रायगढ़ लोक सभा सीट से लगातार तीन बार चुनाव कर, इतिहास रच दिया. 2014 मे पार्टी ने विष्णु देव साय, नरेंद्र मोदी सरकार मे इस्पात राज्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गईं. 2020 मे पार्टी ने विष्णु देव साय को दूसरी बार प्रदेश अध्यक्ष, की जिम्मेदारी दी गईं. इससे, पहले 2006 मे भी साय, पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सम्हाल चुके थे. 2023मे भाजपा ने अपने इस आदिवासी नेता के पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मे स्थान देते हुए कार्य समिति मे विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया.
जूदेव परिवार के रहे है विश्वसनीय साथी
विष्णु देव साय की गिनती, जशपुर राज परिवार के सबसे विश्वासनीय और निकटतम आदिवासी नेता मे की जाती है. विधान सभा से लेकर केंद्रीय मंत्री के के, विष्णु देव साय के राजनितिक सफर के मुख्य शिल्पी दिलीप सिंह जूदेव को ही माना जाता है. दिलीप सिंह जूदेव के निधन के बाद, भी विष्णु देव साय का जूदेव परिवार से पूर्ववत, संबंध बना हुआ है.