रोहित यादव,जशपुरनगर। शादी समारोह में मेहमानों की आवभगत के लिए जंगल में प्लास पेड से पत्ता तोड़ने ग्रामीण व्यस्त थे। अचानक घने जंगल से एक दंतैल ने निकल कर ग्रामीणों पर हमला कर दिया। जान बचाने के लिए ग्रामीणों ने दौड़ लगाई। लेकिन भागने की कोशिश में एक महिला जमीन पर गिर गई। जमीन में गिरी हुई महिला को सूढ़ में लपेट कर हाथी ने जमीन में पटक दिया। घटना में गंभीर रूप से घायल हुई महिला ने अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में ही दम तोड़ दिया। मामला जिले के तपकरा वन परिक्षेत्र के महुआडीह के जंगल की है। जानकारी के अनुसार उर्मिला बाई पति बसिल 45 वर्ष गुरूवार की सुबह ग्रामीणों के साथ प्लास पत्ता तोड़ने के लिए ग्रामीणों के साथ जंगल गई हुई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सुबह के दस बजे के आसपास ग्रामीणों पर दंतैल ने अचानक हमला कर दिया। हाथी को अपनी ओर आते देख कर जान बचाने के लिए ग्रामीण भागने लगे। इसी दौरान ठोकर लगने से उर्मिला बाई जमीन में गिर गई। जमीन में गिरी महिला को दंतैल ने सूढ़ में लपेट कर जमीन में पटक दिया। घटना में गंभीर रूप से घायल हुई महिला को ग्रामीण उपचार के लिए फरसाबहार के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। यहां परीक्षण के बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। तपकरा रेंज की वनपरिक्षेत्राधिकारी आकांक्षा लकड़ा ने बताया कि मृतिका के स्वजनों को 25 हजार रूपये की तात्कालिक सहायता उपलब्ध करा दिया गया है। बीते 12 दिन के अंर्तगत तपकरा वन परिक्षेत्र में हाथी के हमले में जनहानि की यह दूसरी घटना है। इससे पहले 3 मई को भी हाथी के हमले में 75 वर्षीय बुुजुर्ग की मोैत हो गई थी। छत्तीसगढ़,ओडिसा और झारखंड की अंर्तराज्यी सीमा पर स्थित तपकरा रंेज में साल के बारह महिने हाथियों की हलचल बनी रहती है। इस क्षेत्र की हरियाली और पानी की प्रचुर उपलब्धता अतिकायों को खूब भाता है। रेंजर लकड़ा ने बताया कि क्षेत्र में हाथियों की उपस्थिति को लेकर लगातार सूचना स्थानीय रहवासियों को दी जा रही है। इसके बावजूद ग्रामीण जंगल में जा रहे हैं,जिससे इस तरह की घटना हो रही है।

बाक्स: बीट गार्ड पहुंचा घटना स्थल
जिले के सबसे अधिक हाथी प्रभावित वन परिक्षेत्र तपकरा में वनविभाग के बीट गार्डो ने हाथियों से स्थानीय रहवासियों को सुरक्षित करने के लिए मोर्चा सम्हाला हुआ है। ठंड,गर्मी,बरसात जैस कठिन मौसमी चुनौतियों से जुझते हुए बीट गार्ड हाथियों की उपस्थिति की सूचना ग्रामवासियों को देते हुए उन्हें सचेत कर रहे हैं। गुरूवार को भी उर्मिला बाई पर हुए हाथी के हमले के बाद बीट गार्ड नंद कुमार यादव सबसे पहले घटना स्थल पहुंचे। घटना के दौरान वे घटना स्थल के आसपास मवेशी चरा रहे ग्रामीणों को हाथी की उपस्थिति की जानकारी देकर घर भेजने का काम रहे थे। बीटगार्ड यादव ने मृतिका की दोनों बेटियों को घर पहुंच कर सांत्वना दिया।