जशपुरनगर (द ब्लेज ई न्यूज)। (श्रीमती डी थवाईत)। आदिवासी बाहुल्य जशपुर जिले के 17 गांव के सभी गांवों के हर घर में नल से शुद्व पेयजल पहुंचने लगा है। इन गांवों में अब जल संकट बीते दिनों की बात हो चुकी है। बुधवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में राष्ट्रीय जल जीवन मिशन से संबंधित एक प्रश्न का जवाब देते हुए,उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने सदन में यह जानकारी दी। यह प्रश्न,पत्थलगांव की विधायक गोमती साय ने उठाया था। विधायक के सवालों का जवाब देते हुए मंत्री ने बताया कि जशपुर जिले के 737 गांव को इस योजना में शामिल किया गया है। इनमें से अब तक 17 गांवों में निर्माण कार्य पूरा कर,प्रमाणिकरण करा लिया गया है। उन्होनें बताया कि निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। जिले में अब तक 130 गांवों में 90 प्रतिशत,113 गांव में 80 प्रतिशत,97 गांव में 70 प्रतिशत और 125 गांव में 20 प्रतिशत से अधिक निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। उन्होनें बताया कि निर्माण कार्य में तेजी लाया जा रहा है। इसके लिए सरकार ने निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने वाले 23 ठेकेदारों का निविदा निरस्त कर,नए सिरे से निविदा कर रही है। उन्होनें बताया कि जशपुर जिला सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। इसलिये,केन्द्र सरकार की इस अति महत्वाकांक्षी योजना को जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। विधायक गोमती साय द्वारा पीएचई विभाग में रिक्त पड़े अभियंता के पदों की भर्ती के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उप मुख्यमंत्री ने सदन को बताया कि विभाग में नियुक्ति की प्रक्रिया तेजी से की जा रही है। 12 फरवरी को 135 हैंड पंप तकनीशियनों को नियुक्ति पत्र जारी किया गया है। विधायक श्रीमती साय ने अभियंता के 17 स्वीकृत पदों में से 14 रिक्त पदों पर नियुक्त को लेकर सवाल उठाया था। इसी तरह गुणवता की जांच के लिए समिति गठित करने को लेकर पूछे गए सवाल पर उप मुख्यमंत्री ने ऐसा कोई प्रस्ताव ना होने की बात कही।
जानिये क्या है जल जीवन मिशन –
राष्ट्रीय जल जीवन मिशन,केन्द्र के नरेन्द्र मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना का लक्ष्य 2024 के अंत तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार के घर तक नल से पानी पहुंचाना है ताकि सभी परिवारों को शुद्व पेय जल उपलब्ध कराया जा सके। इस मिशन का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2019 में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर किया था। मार्च 2020 में कोरोना संकट खड़े हो जाने से मिशन की गति प्रभावित जरूर हुई है। लेकिन,फिलहाल यह छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में तेजी से लक्ष्य प्राप्त करने की ओर आगे बढ़ रहा है।
इस तरह जिले में हो रही है प्रगति –
मिशन के तहत कुल चयनित गांव – 737
जल के लिए आत्मनिर्भर हुए गांव की संख्या – 17
90 प्रतिशत पूर्ण गांवों की संख्या – 130
80 प्रतिशत पूर्ण गांवों की संख्या – 113
70 प्रतिशत पूर्ण गांवों की संख्या – 97
20 प्रतिशत पूर्ण गांवों की संख्या – 125