सीटी रिपोर्टर,जशपुर नगर : अगर आप जशपुर शहर में रहते हैँ और नगर पालिका के दुकान या गुमटी के किरायेदार है तो यह खबर आपके लिए है। दरअसल,अपनी ही दुकानों का किराया वसूली में फिसड्डी साबित हो रहे नगर पालिका के अधिकारी और कर्मचारियों पर कलेक्र रोहित व्यास ने जमकर भड़के। उन्होनें दुकान का किराया ना चुकाने वाले दुकान संचालकों को नोटिस थमाने और दुकानों में सीलबंदी करने का कडा निर्देश दिया है। कलेक्टर रोहित व्यास मंगलवार को नगर पालिका की समीक्षा बैठक में नगर पालिका की राजस्व वसूली में पिछड़ने को लेकर नाराजगी जताई है। उन्होनें बैठक में जिम्मेदार अधिकारियों को दुकान व गुमटियों का बकाया किराये की सख्ती से वसूली करने और किराया ना देने वाले दुकानदारों के दुकानों में सील बंदी की कार्रवाई करने का सख्त निर्देश दिया है।
तीन दिन में शुरू होगी कार्रवाई –
सीएमओ योगेश्वर उपाध्याय ने कलेक्टर के निर्देश के बाद पालिका ने शहर में नगर पालिका की स्वामित्व वाली दुकानों के बकाया किराये की धूल फांकते हुए रजिस्टर को खोल दिया है। पालिका के राजस्व विभाग बीते दो दिनों से दुकानों के किराये का हिसाब-किताब करने में जुटा हुआ है। सीएमओ उपाध्याय ने कहा कि बकायादारों को नोटिस थमा कर बकाया किराया जमा करने के लिए तीन दिन का समय दिया जाएगा। इस अवधी में किराया जमा ना करने वालों के विरूद्व सीलबंदी की कार्रवाई की जाएगी।
एक लाख से अधिक का किराया है बकाया –
नगर पालिका के रिकार्ड के आंकड़े देख कर आपके भी होश उड़ जाएंगे। पालिका के कर्मचारियों ने जब बकायादारों के रिकार्ड खंगाले तो पता चला कि सरकारी दुकानों पर कब्जा जमा कर सालों से अपनी रोजी-रोटी चला रहे दुकानदारों को किराया पटाने की कतई चिंता नहीं है। और ना ही नगर पालिका के जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारियों ने ही इस दिशा में गंभीरता से कोई प्रयास किया। नतीजा किसी दुकानदार में पर 1 लाख तो किसी पर 75 हजार रूपये का किराया बचा हुआ है। यह स्थिति उस समय है जब नगर सरकार दुकान संचालकों से नाममात्र का किराया वसूलती है।