फरसाबहार,रोहित यादव की रिपोर्ट।* एक बछड़े की संदिग्ध स्थिति में मृत्यु के बाद,लम्पि वायरस के संक्रमण की आशंका जताई जा रही है। लेकिन पशु चिकित्सा विभाग फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है। जानकारी के अनुसार जिले के फरसाबहार ब्लाक के टिकलीपारा निवासी गणेश यादव के घर मे एक बछड़े की आज सुबह मृत्यु हो गई। किसान का कहना है कि मृत बछड़ा बीते 15 दिन से बीमार था और उसमें लम्पि वायरस के संक्रमण जैसा लक्षण थे। इलाज के दौरान शुक्रवार को बछड़े की मृत्यु हो गई। पशु चिकित्सा विभाग के सहायक संचालक डॉ एके मरकाम ने बताया कि सूचना पर फरसाबहार के चिकित्सक डॉ शैलेश के नेतृत्व में पशु चिकित्सको की एक टीम को टिकलीपारा भेजा गया है। उन्होंने बताया कि कई बार संक्रमण के कारण भी मवेशियों में लम्पि वायरस के जैसे लक्षण दिखाई पड़ते हैं। उन्होंने बताया कि आवश्यकता होने पर बीमार मवेशी की नमूना एकत्र कर रायपुर स्थित प्रदेश मुख्यालय से जांच के लिए पुणे या बैंगलोर भेजा जाता है। जिले में भी स्टेगिंग की सुविधा उपलब्ध है। जानकारी के लिए बता दें कि छत्तीसगढ़ में अब तक लम्पि वायरस के संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है।
विभाग चला रहा है सघन टीकाकरण अभियान
डॉ एके मरकाम ने बताया लम्पि वायरस के खतरे से निबटने के लिए पशु चिकित्सा विभाग सघन टिका करण अभियान जिले में चला रहा है। विभाग ने झारखंड और ओड़िसा से लगे हुए सीमावर्ती क्षेत्र के गांवों को फोकस किया है।
दूसरे राज्यो से मवेशी लाने पर होगी कार्रवाई
डॉ एके मरकाम ने बताया कि लम्पि वायरस के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने दूसरे प्रांतों से मवेशी लाने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। कोई इसका उलंघन करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डॉ मरकाम ने जिलेवासियों,खास कर मवेशी पालकों से अपील किया है कि फिलहाल,दूसरे राज्यो से मवेशी न लाएं,क्योंकि लम्पि वायरस तेजी से फैलता है।