द ब्लेज ई न्यूज,जशपुरनगरः मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में आयोजित जनदर्शन में उस समय अजीब स्थिति बन गई जब एक राशन सूची में मृत घोषित कर दिया गया कोरवा स्वयं को जीवित बताते हुए राशन दिलाने की गुहार लगाने लगा। मामला जिले के सन्ना तहसील के ग्राम पंचायत लोरो की है। ग्रामीणों के साथ जनदर्शन में आए इस गांव के रहवासी मधुर राम 50 वर्ष ने बताया कि आठ माह पूर्व जब वह राशन कार्ड लेकर पंचायत के पीडीएस दुकान में राशन लेने गया तो उसका नाम सूची से हटा दिये जाने की बात कहते हुए वापस लौटा दिया गया।

लगातार तीन-चार माह तक यह स्थिति बने रहने पर जब उसने स्थानीय लोगों के सहयोग से इंटरनेट में सर्च किया तो पता चला कि खाद्य विभाग की सूची में उसे मृत घोषित कर,राशन कार्ड को निरस्त कर दिया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि मुधर राम की तरह ही सौ वर्षिय बजरू राम को भी मृत बता दिया गया है। वृद्व बजरू राम की नातीन हिरमुनिया बाई ने बताया कि उसके दादा बजरू राम अब भी स्वस्थ्य है और खेत में हल चलाते हैं। लेकिन उनको मृत घोषित कर,राशन की सूची से उनका नाम हटा दिया गया है। गणेश उरांव ने बताया कि उनकी सास फबियानी बाई 90 वर्ष को भी मृत बता कर राशन की सूची से नाम हटा दिया गया है।

राशन वितरण में गड़बड़ी का आरोप –
कलेक्टर जनदर्शन में दिये गए आवेदन में लोरो के ग्रामीणों ने पंचायत में राशन दुकान का संचालन में कई तरह की गड़बड़ियों का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि दुकान संचालकों द्वारा चावल की मात्रा कम दी जाती है और नियमित रूप से चना व शक्कर भी नहीं दी जाती है। ग्रामीणों ने बताया कि दुकान संचालक को बदलने की मांग की गई थी। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
ग्राम सभा में रखा गया मामला –
शिकायतकर्ता ग्रामीणों के अनुसार पीडीएस दुकान में राशन वितरण में हो गड़बड़ी के मामले को 24 अप्रैल 2025 ग्राम सभा में भी रखा गया था। इस ग्राम सभा में सर्व सम्मति से इस समूह को बदलने का प्रस्ताव पारित किया जा चुका है। इसके बाद भी अब तक इसे यथावत रखा गया है। आवेदन में ग्रामीणों ने इस गड़बड़ी की उच्च स्तरीय जांच और कार्रवाई की मांग की है।
वर्जन
‘मामले में बगीचा के फूड इंस्पेक्टर को जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
आशीष चतुर्वेदी,खाद्य अधिकारी जशपुर।



