जशपुरनगर। जशपुर राज परिवार की बड़ी बहु और नगर पालिका जशपुर की पूर्व उपाध्यक्ष श्रीमती प्रियवंदा सिंह जूदेव,चीन के कब्जे से कैलाश मानसरोवर को मुक्त कराने के लिए जनजागरूकता अभियान के लिए ,छत्तीसगढ़ के साथ झारखंड और दिल्ली का विशेष प्रभार दिया गया है। नई दिल्ली में श्रीमती जूदेव ने भारत तिब्बत समन्वय संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंह से मुलाकात की। इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष ने श्रीमती जूदेव को समन्वय समिति के महिला विंग का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष घोषित करते हुए,इन तीनों राज्यों का दायित्व सौंपा है। जानकारी के लिए बता दें कि नीरज सिंह,केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे हैं। भारत तिब्बत समन्वय समिति का गठन,कैलाश मानसरोवर को चीन के कब्जा से वापस लाने के लिए जागरूकता अभियान चला रहा है। बीते दिनों इस अभियान से श्रीमती जूदेव भी जुड़ी थी। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिलने पर मिडिया से चर्चा करते हुए श्रीमती जूदेव ने कहा कि कैलाश मान सरोवर से पूरे भारतवासियों की भावनाएं जुड़ी हुई है। यह स्थान धार्मिक आस्था के साथ देश के मान और स्वाभिमान से भी जुड़ा हुआ है। चीन ने इस पर अवैध तरीके से कब्जा जमाए हुए है। भारत तिब्बत समन्वय समिति का लक्ष्य,कैलाश मान सरोवर को वापस भारत में लाने के लिए लोगों को जागरूक करना है। ताकि,आम लोग समझ सके कि कैलाश मान सरोवर भारत के लिए इतना अहम क्यों है?
तिब्बती शरणार्थियों के बीच जाएंगी श्रीमती जूदेव –
चीनी जुल्म का शिकार हो कर देशविहिन हुए तिब्बती शरणार्थियों के बीच पहुंच कर,श्रीमती जूदेव कैलाश मानसरोवर के मामले में समर्थन मांगेगीं। उन्होनें बताया कि छत्तीसगढ़ में तिब्बती शरणार्थियों का सबसे बड़ा आश्रय स्थल मैनापाट का बहुत जल्द दौरा करेगीं। इसके साथ ही इन तीनों राज्यों के साथ पूरे देश में विभिन्न धार्मिक,सामाजिक संगठनों से संपर्क करने का अभियान शुरू होगा। जब तक चीन कैलाश मानसरोवर को भारत को वापस नहीं सौंप देता। यह अभियान चलता रहेगा।