जशपुर नगर। पूरे देश भर में छत्तीसगढ़ की पहचान भले ही सरप्लस बिजली वाले राज्य की हो,लेकिन अंधेरे के अभिशाप से मुक्त यह भी नहीं है। विद्युत विभाग की लापरवाही से जिला मुख्यालय में बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि जिले के ग्रामीण अंचल का क्या हाल होगा? लंबे इंतजार के बाद इन दिनों हो रही वर्षा से शहर की बिजली व्यवस्था को पूरी तरह से चरमरा दिया है। जानकारों के अनुसार विद्युत विभाग द्वारा हर साल बरसात से पूर्व किया जाने वाला रख रखाव कार्य में लापरवाही से इस स्थिति बनी है। हर साल वर्षा ऋतु से पहले विभाग आपूर्ति लाइन और ट्रांसफार्मर के आसपास बढ़े हुए पेड़ की शाखाओं और झाड़ियों की कटाई कर दिया करता था। इससे हवा चलने और तेज वर्षा होने पर तार टूटने,शार्ट सर्किट होने जैसी कई तकनीकी समस्या कम हो जाती थी। लेकिन,इस साल विभाग ने इस महत्वपूर्ण काम मे घोर लापरवाही की है।। इसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। शहर में बिजली की चरमराई हुई व्यवस्था का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शहर की सीमा के अंदर हर दिन 24 घँटे में 10 से 15 बार बिजली गुल हो रही है। टूटते हुए तार और ट्रांसफार्मर
से स्वयं विद्युत विभाग के कर्मचारी भी परेशान दिखाई दे रहें हैं। विद्युत सर प्लस वाले छत्तीसगढ़ राज्य में निर्बाध बिजली आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करना,शासन प्रशासन के लिए चुनोती बनी हुई है।