द ब्लेज ई न्यूज,जशपुरनगर। 2023 के विधान सभा चुनाव में कांग्रेस कि पटकनी देकर भाजपा को सत्ता में बैठने वाली भाजपा की महतारी वंदन योजना क्या नगरीय निकाय और त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में भी ट्रम्प कार्ड साबित होगी? पीएम आवास योजना के लाभर्थी भाजपा के पक्ष में खुल कर सामने आएंगे? कम से कम भाजपाइयो को ऐसा ही लग रहा है। सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन भाजपा ने जिला पंचायत सदस्यों के लिए अपने समर्थत प्रत्याशीयो के साथ नामांकन रैली का आयोजन कर शक्ति प्रदर्शन किया। इस रैली में जिले के भाजपा के दोनों विधायक रायमुनि भगत और गोमती साय के साथ पार्टी के जिला मंत्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव,जिलाध्यक्ष भरत साय शामिल थे।

नामाकंन रैली शहर के बोखो सरदार मार्केट में स्थित रियासत कालीन काली माता मंदिर से शुरू हुई। प्रत्याशियों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ काली माता और भगवान बालाजी का आर्शीवाद लेकर जिला पंचायत के लिए रवाना हुए। ढोल-नगाड़े के साथ जय स्तंभ चौक,सिटी कोतवाली होते हुए दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा पहुंची। यहां प्रत्याशियों और भाजपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने जूदेव की प्रतिमा के समक्ष सिर नवां कर आर्शीवाद लेते हुए जिला पंचायत पहुंची। यहां भाजपा समर्थित प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया। इस दौरान मिडिया से चर्चा करते हुए पत्थलगांव की विधायक गोमती साय ने कहा कि भाजपा समर्थित प्रत्याशी और कार्यकर्ता केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं व उपलब्धियों के साथ विकास के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएंगें। उन्होनें कहा कि महतारी वंदन,पीएम आवास,धान खरीदी जैसी योजनाएं भाजपा समर्थित प्रत्याशियों की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगें। जशपुर की विधायक रायमुनि भगत ने कहा कि नगरीय निकाय और त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में विकास ही भाजपा का प्रमुख मुद्दा होगा।
आदिवासी बाहुल्य जशपुर जिले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के एक साल के दौरान हुए ऐतेहासिक विकास भाजपा की जीत की बुनियाद बनेगी। जिला पंचायत के चुनाव में पार्टी समर्थित प्रत्याशियों के विरूद्व खड़े हुए भाजपा के ही दूसरे कार्यकर्ताओं के मामले में मिडिया द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष भरत सिंह ने कहा कि जिला पंचायत चुनाव पार्टी चिन्ह पर नहीं लड़ा जा रहा है। इसलिए समर्थित प्रत्याशियों को बागी कहना ठीक नहीं होगा। जिले में जो भी स्थिति है उसकी रिपोर्ट बना कर पार्टी के प्रदेश नेतृत्व को भेजा जाएगा। इस मामले में प्रदेश नेतृत्व का निर्णय ही अंतिम होगा। हालांकि उन्होनें विश्वास व्यक्त किया जो भी पार्टी समर्थित प्रत्याशियों के विरूद्व नामांकन दाखिल किया है,उन्हें समझाईश देकर अंतिम तिथि से पहले नामांकन वापस करा लिया जाएगा।
