द ब्लेज ई न्यूज,जशपुरनगर। अगर आप जशपुर शहर के निवासी है तो आप अपने शहर के इस सड़क को अवश्य जानते होगें और अगर आप शहर से बाहर के रहने वाले तो इस सड़क को देख कर दांतों तले उंगली दबा लेगें। जशपुर शहर का यह अनोखा सड़क हाउसिंग बोर्ड चौक को राजा उपेन्द्र सिंह जूदेव चौक (भागलपुर चौक) से जोड़ता है। इस सड़क में नगर सरकार ने हाल ही में लाखों की लागत से एलईडी स्ट्रीट लाईट इस सड़क में स्थापित किया है। वैसे तो यह स्ट्रीट लाईट सड़कों में लगने वाले आम लाईट की तरह ही है। लेकिन इस डेढ़ किलोमीटर सड़क में नगर सरकार ने नगरवासियों के मनोरंजन के लिए अंधेरे और उजाले का ऐसा अनोखा रंग बिखेरा है कि देखने वाले चकित रह जाते है।

इस सड़क में आप रात को गुजरेगें तो हाउसिंग बोर्ड चौक से लेकर विजय विहार पैलेस तक आपकों स्ट्रीट लाईट बदस्तूर जलते हुए नजर आएंगे। यहां से आगे निकलेगें तो नगरपालिका जशपुर के पूर्व उपाध्यक्ष राजेश (राजू) गुप्ता के घर तक कभी खुश कभी गम के स्टाइल में कभी अंधेरा तो कभी उजाला नजर आएगा। यहां से लेकर भागलपुर चौक तक आने के नाम से अंधेरे के पसीने छूटने लगते हैं।

अंधेरे और उजाले के इस अजब-गजब जाल का इन दिनों शहर में जमकर चर्चा हो रही है। नगरवासियों का कहना है कि शहर को महानगर से आगे विकसीत करने में जुटी नगरपालिका बांकी टोली की सड़क पर नवाचार किया है ताकि इसे लोग दूर-दराज से देखने आ सके। वैसे इन दिनों शहर की स्ट्रीट लाईट कब कहा अंधेरे में डूब कर गुम हो जाती है,इसकी भनक तो नगर पालिका के जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधियों को भी नही होती है। फोन करके पूछने में बड़े ही मासूमियत से जब देते है- ‘‘अरे बंद है क्या? अभी चेक करवाते हैं।’’ इस जवाब के बाद अगर आपके इलाके की सड़क पर दूधिया रोशनी फैल जाए तो आपकी किस्मत और ना फैली तो……………?
यह स्ट्रीट लाईट कभी नहीं बुझती –
अब ऐसा भी नहीं है कि नगर सरकार सिर्फ रात को ही उजाले की चिंता करती है। सरकार नगरवासियों की सुरक्षा को लेकर इतनी जागरूक है कि शहर के कुछ हिस्से में दिन भी स्ट्रीट लाईट को जला कर रखा हुआ है। ऐसा नहीं है कि यह स्थिति एक या दो दिन की हो। दिन से लेकर रात तक 24 घंटे जलते हुए स्ट्रीट लाईट को एक महिने से अधिक का समय हो गया। अब आप कहेगें कि यह तो बिजली की बर्बादी है। लेकिन ऐसा नहीं है नवाचार ऐसा ही होता है है। कुछ तो अलग होना ही चाहिए।




