जशपुर नगर भारतीय जनता पार्टी मे विधान सभा चुनाव 2023 के लिए टिकट की दावेदारी को लेकर बीते कुछ दिनों से इंटरनेट मिडिया मे जशपुर विधान सभा क्षेत्र के पूर्व विधायक जागेश्वर राम भगत की दावेदारी को लेकर चल रही खबरें खूब सुर्खियां बटोर रहीं हैँ. कारण हैँ जागेश्वर राम भगत के साथ, उनके बेटे गंगा राम का भी नाम दावेदारो की सूची मे शामिल होना. राजनीति मे दिलचस्पी रखने वाले इस बात को जानने के लिए उत्सुक है,कि आखिर 25 अगस्त को भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर की अध्यक्षता मे सम्पन्न हुए जशपुर विधान सभा क्षेत्र की कोर कमेटी की बैठक मे क्या हुआ था? खबरों मे दावा किया जाए रहा है कि जागेश्वर राम ने टिकट की दावेदारी पेश की थी. द ब्लेज ई न्यूज ने ज़ब इस मामले मे पूर्व विधायक जागेश्वर राम से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि कोर कमेटी की बैठक मे वे बोले जरूर थे. लेकिन उन्होंने टिकट नहीं माँगा था. प्रदेश प्रभारी ओम माथुर के सामने उन्होंने कोर कमेटी के सदस्यों से अपील किया था कि आसन्न विधान सभा चुनाव के लिए, पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी को लेकर आलाकमान का जो भी निर्णय होगा उसे सभी दिल स्वीकार करें और भारतीय जनता पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए काम करें.
जूदेव ने उतारा था चुनावी मैदान मे
जागेश्वर राम ने बताया 2008 मे जशपुर विधान सभा क्षेत्र से चुनावी रण मे उन्हें दिलीप सिंह जूदेव ने उतारा था. उन्होंने बताया की उनकी रूचि सामाजिक कार्य करने मे हैँ. इसलिए वर सक्रिय राजनीति मे आने के इच्छुक नहीं थे. लेकिन ज़ब दिलीप सिंह जूदेव ने उन्हें विधान सभा चुनाव के लिए भाजपा से नामांकन दाखिल करने को कहा तो मना नहीं कर सके. और सक्रिय राजनीति मे कदम रखा.
सादगी भरा जीवन पसंद है
2013 के विधान सभा चुनाव मे भाजपा ने राजशरण भगत को जशपुर विधान सभा सीट से टिकट दिया था. टिकट कटने के बाद जागेश्वर राम इन दिनों शहर के पुरानी टोली मे परिवार के साथ सादगी भरा जीवन जी रहे हैँ. खेती किसानी के साथ सामजिक गतिविधियों मे सक्रिय हैँ. जागेश्वर राम कहते हैँ कि आदिवासी समाज की पुरातन परम्परा को संरक्षित करना और इससे युवा पीढ़ी को जोड़ना उनकी प्राथमिकता है. उन्होंने जोर देकर कहा पार्टी किसी को भी टिकट दें, वे कार्यकताओ के साथ विधान सभा क्षेत्र के अंतिम छोर तक पहुंच कर, प्रचार करेंगे.