जशपुर नगर,द ब्लेज ई न्यूज डेस्क। उत्तरप्रदेश के कानपुर में एक बांग्लादेशी परिवार के फर्जी आधारकार्ड के बूते रहने का मामला,पुलिस प्रशासन ने उजागर किया है। रिजवान नाम के इस व्यक्ति के इस बांग्लादेश मूल के नागरिक ने कानपुर की एक महिला से विवाह रचाया था। कानपुर पुलिस की प्रारंभिक जांच में रिजवान के पाकिस्तान,नेपाल,मलेशिया,थाईलैंड और मालदीव में भी लंबा समय गुजारने के दस्तावेज मिले है। रिजवान के घर की तलाशी में पुलिस को फर्जी आधारकार्ड के साथ 14 लाख 56 हजार रुपये नगद,1 हजार विदेशी डॉलर,सोने चांदी के जेवरात,8 पासपोर्ट जब्त किए है। पूछताछ में रिजवान ने स्वयं के एमबीबीएस डॉक्टर होने का दावा किया है। हालांकि उसने यह भी कहा कि वह प्रैक्टिस नहीं करता। कानपुर पुलिस रिजवान के आय स्रोत की जानकारी भी जुटा रही है। क्योंकि कानपुर के इम्परियल बिल्डिंग के जिस फ्लेट में यह बांग्लादेशी रह,रहा था,उसका किराया 40 हजार रुपये महीना है। इसके अलावा उसकी बेटी शहर के महंगे कालेज में और दो बेटे निजी स्कूल में पढ़ाई करते हैं। कानपुर पुलिस के अनुसार,रिजवान के तीनों बच्चों का जन्म भी बांग्लादेश में ही हुआ है। स्कूलों में जिस टीसी के बूते,एडमिशन हुआ,वे पश्चिम बंगाल के कोलकाता से जारी किए गए है। पूरे मामले की तह तक पहुँचने के लिए कानपुर पुलिस ने रिजवान के साथ उसकी पत्नी,बेटा,बेटी और सास ससुर को हिरासत में लिया है। पूछताछ और जांच से बड़ा मामला उजागर होने की संभावना जताई जा रही है।
*जशपुर में भी होती रही है संदिग्धों की जांच की मांग*
जानकारी के लिए बता दें कि जशपुर में भी समय समय पर बाहर से आकर स्थाई रूप से डेरा जमा चुके संदिग्धों की जांच की मांग उठती रही है। हाल ही में एक प्रेम प्रसंग को लेकर हुए बवाल के दौरान भी यह मामला जोर से उछला था। जिला मुख्यालय के कुछ बस्तियों में निवासरत बाहरियों की जांच की मांग,शांति समिति की बैठक में भी उठी थी।