द ब्लेज ई न्यूज,जशपुरनगरः दस सूत्रिय मांगों को लेकर अनिश्चितकालिन हड़ताल में बैठे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों ने ड्यूटी पर वापस लौटने से इंकार कर दिया है। मंगलवार को शहर के रणजीता स्टेडियम में हड़ताली कर्मचारी डटे रहे। उन्होनें स्वास्थ्य विभाग द्वारा ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए जारी किये गए नोटिस को दरकिनार करते हुए अपने मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की और मांग पूरी होने तक आंदोलन में डटे रहने का संकल्प दोहराया। उल्लेखनिय है कि स्वास्थ्य विभाग ने एक नोटिस जारी कर हड़ताली कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापस लौटने का अल्टीमेटम दिया है। ड्यूटी ज्वाइन ना करने वाले कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त कर नई भर्ती जारी करने की चेतावनी भी विभाग ने दी है। अपनी मांगों को लेकर कर्मचारी बीते माह से हड़ताल पर है। हड़ताली कर्मचारियों का दावा है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से शिशु मृत्यु दर, मातृ मृत्यु दर और कुल प्रजनन दर में कमी लाना , मलेरिया, टीवी की रोकथाम के टीकाकरण जैसे सरकारी काम प्रभावित हुए है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग का कार्यालयीन काम पूरी तरह से ठप पड़ गया है।

जारी हुआ नो वर्क नो पेमेंट का फरमान –
इधर,लगभग एक माह से चल रहे इस हड़ताल को समाप्त कराने के लिए प्रदेश सरकार ने हड़ताली कर्मचारियों पर दबाव बनाने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को पत्र जारी कर जो भी कर्मचारी ड्यूटी ज्वाइन नहीं करते स्वास्थ्य मिशन की मानव संसाधन नीति 2018 के तहत एक माह का नोटिस देकर सेवा से बर्खास्त कर दिया जाए। विभाग ने काम नहीं तो वेतन नहीं की नीति सख्ती से लागू करने की चेतावनी भी दी है।



