द ब्लेज ई न्यूज,जशपुनगर: मानव तस्करी के मामले में जशपुर पुलिस ने एक आरोपित को कर्नाटक से गिरफ्तार करते हुए उसके चंगुल में फंसी चार बेटियों को मुक्त करा कर परिवार को वापस सौंप दिया है।एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि बीते वर्ष 6 अक्टूबर को बागबहार थाना में एक पीड़ित ने अपनी नाबालिग बेटी के गुम हो जाने की शिकायत दर्ज कराई। पीड़ित ने बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ पालतू मवेशियों को चराने के लिए पास के जंगल में गया हुआ था। इस दौरान किशोरी घर में अकेली थी। शाम को जब वे घर वापस लौटे तो किशोरी घर में नहीं थी। आसपास पता करने पर मालूम हुआ कि किशोरी प्रार्थी के छोटे भाई की बेटी को कांसाबेल थाना क्षेत्र के टांगरगांव निवासी आरोपित मनीराम नौकरी का झांसा देकर कहीं ले गया है। शिकायत पर बागबहार पुलिस ने बीएनएस की धारा 137 (2),143 (5) व 144 (1) के अंर्तगत अपराध पंजिबद्व कर मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस को मुखबीरों और सायबर सेल से पीड़ित किशोरियों के कर्नाटक में होने की सूचना मिली। सूचना पर एसएसपी सिंह ने दोनों किशोरियों को संरक्षित कर वापस स्वजनों को सौंपने के लिए पुलिस टीम को कर्नाटक के लिए रवाना किया। कर्नाटक में पुलिस टीम ने गुलमर्ग जिले के जयमर्गी थाना क्षेत्र के मादरी गांव में आरोपित मनीराम के ठिकाने पर छापा मारा। यहां तलाशी के दौरान पुलिस टीम को दोनों अपहृत किशोरियों के साथ जशपुर जिले की दो अन्य किशोरियां भी मिली। तलाशी के दौरान आरोपित मनीराम भी पुलिस टीम के हत्थे चढ़ गया। किशोरियों को संरक्षित कर वापस जशपुर ला कर पुलिस ने उनके स्वजनों के सुपुर्द कर दिया है। वहीं,आरोपित मनीराम को न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया है।

चार साल,14 मामले,23 आरोपित –
जनजातिय बाहुल्य जशपुर जिले में मानव तस्करी की समस्या अब भी गंभीर बनी हुई है। पुलिस विभाग के आंकड़ों के अनुसार बीते चार साल में जिले में मानव तस्करी के 14 मामले दर्ज किए गए है। इन मामलों में पुलिस ने 23 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जिले में मानव तस्करी की अधिकांश घटनाएं रोजगार के लिए होती है। महानगरों में सक्रिय प्लेसमेंट एजेंसियों के सक्रिय दलाल बेरोजगारी और आर्थिक तंगी से जुझ रहें युवाओं को नौकरी का झांसा और मोटी तनख्वाह का सपना दिखा कर अपने झांसे में ले लेते हैं। एक बार चुंगल में फंसने के बाद युवाओं का वापस लौटना मुश्किल हो जाता है। हालांकि पुलिस प्रशासन द्वारा चलाए जा रहें जागरूकता अभियान से जिले में मानव तस्करी की घटनाएं लगातार कम हो रही है।
24 परिवारों को वापस मिली खुशियाँ
जिले से गुम और अपहृत हुए किशोर व किशोरियों को वापस ला कर स्वजनों को सौंपने के लिए पुलिस ने बीते जनवरी माह में आपरेश मुस्कान के अंर्तगत विशेष अभियान शुरू किया था। एक माह तक चले इस अभियान में जशपुर पुलिस ने 24 बच्चों को वापस ला कर स्वजनों को सौंपने में सफलता प्राप्त की है। एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि अभियान के दौरान जशपुर पुलिस ने झारखंड से 2,महाराष्ट्र से 2,कर्नाटक से 4 और दिल्ली से 2 बच्चों को बरामद किया है।
एक नजर आंकड़ों पर –
वर्ष दर्ज मामले गिरफ्तार आरोपित
2022 06 11
2023 04 05
2024 04 07
‘एक महिने तक चले आपरेशन मुस्कान के तहत जिले में 24 बच्चों को वापस उनके स्वजनों को सौंपा गया है। एएसपी अनिल सोनी के नेतृत्व में अभियान को सफल बनाने वाली टीम के सदस्यों को पुरस्कृत किया जाएगा। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।’
शशि मोहन सिंह,एसएसपी,जशपुर।