जशपुरनगर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जशपुर जिले में स्वास्थ्य सुविधा के विस्तार के लिए दो साल में ऐतेहासिक कदम उठाएं है। जशपुर में मेडिकल कालेज शुरू करने के लिए 220 बिस्तर की क्षमता वाली अस्पताल के निर्माण के लिए प्रदेश सरकार ने अपने दूसरे बजट में स्वीकृति देते हुए इसके लिए 32 करोड़ की राशि भी जारी कर चुकी है।इसके लिए कांग्रेसियों को चिंता करने की नहीं जानकारी लेने की जरूरत है। जशपुर की जनता मुख्यमंत्री विष्णुदेव के सुशासन में जिले के हो रहे विकास की प्रत्यक्ष गवाह है। प्रस्तावित मेडिकल कालेज के संबंध में उन्होनें बताया कि इस अस्पताल के निर्माण के लिए चराईडांड़ के पास जमीन का चिन्हांकन कर लिया गया है। यह अस्पातल आगे चल कर मेडिकल कालेज का रूप लेगा। इस बीच,50 सीट से अस्थायी मेडिकल कालेज की पढ़ाई शुरू करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इसके लिए जशपुर के झरगांव में संचालित पालिटेक्निक कालेज भवन और कौशल विकास केंद्र भवन का प्रस्ताव रखा है। जल्द ही इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। सालिक साय ने कहा कि मेडिकल कालेज शुरू हो जाने से जशपुर जिले की जनता की एक बरसों पुराना सपना पूरा हो जाएगा। इस बारे में कांग्रेसी पांच साल सरकार में रहने के दौरान सोच भी नहीं सके।

जिले में 24 एंबुलेंस और 2 ट्रामा वैन –
जिला पंचायत अध्यक्ष सालिक साय ने बताया कि इस समय जिले में 24 एंबुलेंस लोगों को सेवाएं दे रही है। कांग्रेस के शासन काल में इसकी संख्या 10 तक सिमटी हुई है। कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र की बात की जाए तो यहां कुनकुरी में एक एलएस एंबुलेंस (एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस) भी शामिल है। इसके साथ ही नारायणपुर,तपकरा,फरसाबहार,दुलदुला,कोल्हेनझरिया,करडेगा में एक-एक एंबुलेंस तैनात है। जिले के सभी 8 ब्लाक में एक-एक शव वाहन उपलब्ध कराया गया है। जिले में कहीं भी एंबुलेंस और शव वाहन की कोई कमी नहीं है।

गांव से लेकर शहर तक अस्पतालों का विस्तार –
सालिक साय ने कहा कि बीते दो साल के अंदर जिले के सुदूर ग्रामीण अंचल से लेकर शहरी क्षेत्र तक स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए सरकार ने काम किया है। जिला मुख्यालय में 35 करोड़ की लागत से जगदेव राम स्मृति अस्पताल भवन का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। यह अस्पताल सीटी स्केैन,एमआरआई,आपातकालिन चिकित्सा जैसे आधुनिक संसाधनों से लैस होगा। इसके लिए आवश्यक सभी पदों में भर्ती के लिए स्वीकृृति देते हुए,प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही कुनकुरी में 8 करोड़ की लागत से मातृ शिशु अस्पताल और डायलिसिस केंद्र की स्वीकृति भी मिल चुकी है। जशपुर में फिजियोथेरेपी महाविद्यालय के लिए 14 करोड़ और कोतबा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए 4.37 करोड़ रूपये स्वीकृत किये गए हैं। गंभीर बीमारी से जूझ रहे जिलेवासियों को मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अंर्तगत 62 मरीजों को 2.85 करोड़ रूपये की स्वीकृति दी गई है।



