जशपुरनगर (द ब्लेज ई न्यूज).भ्र्ष्टाचार, अव्यवस्था और राजनितिक खींचतान के लिए इन दिनों सुर्खियां बटोर रहे नगर पालिका जशपुर के जिम्मेदार अधिकारियों के पास शहर की समस्याओ और विकास से जुडी विषयो के लिए समय ही नही रह गया है. पालिका की लापरवाही का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शहर के वार्ड क्रमांक 19 और 20 की सड़के बीते एक सप्ताह से अँधेरे में डूबी हुई है. लेकिन, इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. जानकारी के लिए बता दें कि इन दोनों वार्डो के साथ शहर के अधिकाँश मुहल्लों में स्ट्रीट लाइट का हाल बेहाल है. एलईडी बल्ब की कमी से जूझ रही नगर पालिका, फ्यूज बल्ब को बदल नहीं पा रही है. नतीजा, शहर के बांकी टोली, भागलपुर, बरटोली जैसे मुहल्ले में बिजली के खम्बे शो पीस बन कर खड़े हुए हैं.जानकारी के लिए बता दें कि स्ट्रीट लाइट कि स्थिति सुधारने के लिए नगर पालिका में स्थानीय स्तर पर बल्ब खरीदी किया जाना प्रस्तावित है. इस प्रस्ताव पर सामान्य सभा को निर्णय लेना है. लगातार, परिषद की बैठक टलने से यह अधर में लटका हुआ है.
परवान नहीं चढ़ पाया स्मार्ट स्ट्रीट लाइट योजना
उल्लेखनीय है कि आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए शहर के स्ट्रीट लाइट को स्मार्ट बनाने कि नगर सरकार की महत्वाकांक्षी योजना, परवान चढ़ने से पहले ही ठंडे बस्ते में जा चुकी है. शहर के स्ट्रीट लाइट खम्बो को कम्प्यूटर से जोड़ कर,इसे स्मार्ट बनाया जाना था. इससे, किसी भी खम्बे में तकनीकी खराबी आने पर कंट्रोल रूम में खम्बे के आईडी नंबर के साथ, लाल रंग डिस्प्ले होता, जिससे तकनीकी कर्मचारियों को खराबी की जानकारी मिल जाती.
शासन स्तर से की जाती है आपूर्ति
स्ट्रीट लाइट के लिए बल्ब की आपूर्ति नगरीय निकायों को शासन स्तर पर की जाती है. बल्ब की आपूर्ति के लिए राज्य स्तर पर हुई निविदा प्रकिया के बाद, एजेंसी निर्धारित किया गया है. लेकिन, जरूरत के अनुसार यह एजेंसी बल्ब की आपूर्ति नहीं कर पा रही है. इससे शहरों की सड़के और गलिया अँधेरे में डूबती जा रही हैं.