चक्रवाती तूफान मोन्था के असर से उत्तर छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में मंगलवार के बाद बुधवार को भी बारिश हुई। मंगलवार को सरगुजा सहित बलरामपुर, सूरजपुर जिलों में जोरदार बारिश हुई। बारिश के कारण धान की फसल को नुकसान की आशंका है। धान की फसल तैयार है एवं कटाई भ
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मोन्था चक्रवात के असर से पिछले तीन दिनों से सरगुजा में बादल छाए हुए थे। मंगलवार को सरगुजा संभाग मुख्यालय सहित अन्य हिस्सों में झमाझम बारिश हुई। बलरामपुर एवं सूरजपुर सहित संभाग के अन्य हिस्सों में भी बारिश हुई। बुधवार सुबह भी सरगुजा सहित अन्य जिलों में छिटपुट बारिश हुई है। संभाग में घने बादल छाए हुए हैं और आज पूरे दिन रुक-रुककर बारिश हो सकती है।

पक कर तैयार धान की फसल को नुकसान की आशंका
तीन से चार दिनों तक रहेगा असर मौसम विभाग के अनुसार मोन्था का असर अगले तीन से चार दिनों तक रहेगा। इस दौरान तेज हवाएं चल सकती हैं और बारिश भी होगी। उत्तर छत्तीसगढ़ में मानसून की वापसी के एक पखवाड़े के बाद ही बारिश शुरू होने के कारण तापमान में गिरावट आई है। मंगलवार को पूरे दिन बादल छाए रहे। बुधवार हो भी पूरे दिन बादल छाए रहेंगे।
धान की फसल को नुकसान की आशंका सरगुजा संभाग में इस वर्ष औसत से अधिक बारिश हुई है। पूरे संभाग में धान की फसल पक कर तैयार है। बारिश के कारण पक चुकी धान की फसल को नुकसान की आशंका है। खासकर काटकर रखी गई धान की फसल को नुकसान हो सकता है। कृषि अधिकारियों के अनुसार जो फसल खड़ी है, उन्हें ज्यादा बारिश नहीं होने पर नुकसान नहीं होगा।
वहीं सरसों एवं आलू की फसल को बारिश से फायदा होगा। हालांकि बारिश के कारण आलू की बोनी पर भी असर पड़ेगा। जो किसान आलू नहीं लगा सके हैं, उन्हें मौसम के खुलने का इंतजार करना पड़ेगा।
गिरा अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान मोन्था के असर से लगातार बादल छाए रहने के कारण सरगुजा संभाग में अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है। पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान 29.6 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 21.1 डिग्री दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार बादल छंटते ही सरगुजा में न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट आएगी।
का असर देखने को मिल रहा है। रायपुर सहित कई इलाकों में बादल छाए हुए हैं और सुबह से तेज हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग ने आज भी 10 जिलों में ऑरेंज अलर्ट और 17 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश की संभावना है।
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