रायपुर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष बदलने के बाद आज सामान्य सभा की पहली बैठक है। इस बैठक की शुरुआत प्रश्नकाल से हुई, जो पहले एक घंटे तक चलेगा। इस दौरान पार्षद शहर के विकास, मूलभूत सुविधाओं और नागरिक समस्याओं से जुड़े सवाल अधिकारियों से पूछ रहे हैं।
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इस बार सामान्य सभा में 14 से 15 पार्षदों ने अपने-अपने वार्डों से संबंधित सवाल लगाए गए हैं, जो अब तक की सबसे अधिक संख्या है। बैठक में शहर की सड़कों की मरम्मत, पेयजल आपूर्ति, नालियों की सफाई, बिजली व्यवस्था और सार्वजनिक सुविधाओं पर प्रमुख रूप से चर्चा की जाएगी।

इस बार सामान्य सभा में 14 से 15 पार्षदों ने अपने-अपने वार्डों से संबंधित अब तक की सबसे अधिक संख्या में सवाल लगाए गए हैं।
14 अहम एजेंडों पर होगी चर्चा
प्रश्नकाल के बाद सामान्य सभा में कुल 14 महत्वपूर्ण एजेंडों पर विचार-विमर्श और निर्णय लिया जाएगा। इनमें शहर के विकास कार्यों की प्रगति रिपोर्ट, सफाई व्यवस्था, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, स्ट्रीट लाइट व्यवस्था, राजस्व वसूली, और निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा शामिल है।
आकाश तिवारी बने रायपुर निगम के नेता प्रतिपक्ष
रायपुर नगर निगम की राजनीति में पिछले 10 महीनों से चल रहा विवाद आखिरकार थम गया है। निगम सभापति सूर्यकांत राठौर ने मंगलवार को आदेश जारी कर आकाश तिवारी को नया नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया है।
आकाश तिवारी ने संदीप साहू की जगह ली है, जो पिछले कार्यकाल में इस पद पर थे। नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर कांग्रेस पार्षदों के बीच पिछले कई महीनों से मतभेद बने हुए थे। संगठन ने सामान्य सभा की बैठक से पहले फैसला लेकर इस विवाद को सुलझाने का काम किया है।

सभापति सूर्यकांत राठौर ने आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष बनाने जारी किया आदेश।
आकाश तिवारी करेंगे आधिकारिक रूप से विपक्ष का नेतृत्व
जारी आदेश के अनुसार, आकाश तिवारी अब निगम की अगली सामान्य सभा में आधिकारिक रूप से विपक्ष का नेतृत्व करेंगे। पिछले 10 महीनों से नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर कांग्रेस खेमे में खींचतान चल रही थी। कई दावेदारों के नाम पर चर्चा हुई, लेकिन अंतिम सहमति नहीं बन पा रही थी।
आखिरकार संगठन ने आकाश तिवारी के नाम पर भरोसा जताकर इस लंबे विवाद पर विराम लगा दिया है। वहीं, इस फैसले के बाद निगम की राजनीति में नई स्थिति बनती दिख रही है। कई पार्षदों ने आकाश तिवारी की नियुक्ति का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि अब विपक्ष की आवाज और मजबूती से सदन में गूंजेगी।
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