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सरगुजा जिले में संचालित चिटफंड कंपनी ने लोगों को कम समय में अधिक रिटर्न का लालच दिया और लाखों रुपए जमा कराए और कार्यालय बंद कर फरार हो गई। चिटफंड कंपनी में 15 वर्ष पूर्व पांच लाख रुपए जमा कराने वाली महिला की शिकायत पर पुलिस ने मामले में दो वर्ष पूर्व
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जानकारी के मुताबिक, सरगुजा में संचालित चिटफंड कंपनी मेगा माड्यूल इंडिया लिमिटेड द्वारा अपने एजेंटों के माध्यम से लखनपुर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को कम समय में राशि दोगुना करने का झांसा दिया। कंपनी द्वारा लोगों को झांसा देकर आई कोर रिजु सिमेंट लिमिटेड, आर्ड कोर ई-कॉमर्स, आई कोर अंपारेयल, आई कोर मेगा गोल्ड इंडिया लिमिटेड आदि कंपनियों के बैंक खातों में राशि जमा कराकर डिवेयर सर्टिफिकेट दिया गया था।
दफ्तर बंद कर फरार हो गई कंपनी कंपनी ने एजेंटों के माध्यम से लाखों रुपये जमा कराए। कुछ समय बाद कंपनी अपना दफ्तर बंद कर फरार हो गई। लोगों को जमा रकम नहीं मिली। लखनपुर अंतर्गत कोरंधा निवासी फुलेश्वरी बुनकर ने एजेंटों के झांसे में आकर पांच लाख रुपए 15 फरवरी 2011 को जमा कराया था।
मैनेजर के द्वारा पावती एवं सर्टिफिकेट दिया गया था। कंपनी के कार्यालय बंद कर फरार हो जाने के बाद उसे राशि वापस नहीं मिली।
मामले की शिकायत फुलेश्वरी बुनकर ने वर्ष 2023 में लखनपुर थाने में दर्ज कराई थी। मामले में पुलिस ने धारा 420, 34. तथा छग निक्षपेकों के हितों का संरक्षण अधिनियम 2000 की धारा 10 तथा इनामी चिट फंड धन परिचालन स्कीम (पाबंदी) अधिनियम 1978 की धारा 4,5,6 के तहत अपराध दर्ज किया था।
कोलकाता से पकड़े गए दो आरोपी पुलिस ने प्रार्थी से कंपनी का ब्रांड पेपर व पावती पेश लेकर जांच की। पुलिस ने कंपनी के संचालकों में कनिका मैती पति स्व. अनुकूल मैती (56 वर्ष) निवासी जाधवपुर, कोलकाता, पश्चिम बंगाल और स्वप्न राय (55 वर्ष) निवासी पथोर पुतीमा, कोतकाता, पश्चिम बंगाल कसे गिरफ्तार किया। आरोपियों ने चिटफंड कंपनी के संचालन में शामिल होना स्वीकार किया।
चिटफंड कंपनी के मुख्य संचालक अनुकूल मैती की मृत्यु वर्ष 2020 में हो चुकी है। लखनपुर थाना प्रभारी मनीष सिंह परिहार ने बताया कि दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है।
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